झारखंड में बारिश से बढ़ेगी ठंड, तापमान में भारी गिरावट की संभावना
हजारीबाग/रांची। झारखंड में ठंड का असर दिखना प्रारंभ हो गया है। दिन और रात के तापमान में आए अंतर के कारण अब लोगों को सुबह और शाम ही नहीं बल्कि दिन के समय भी ठंड का अनुभव हो रहा है। अब दिन की शुरूआत कुहासे और धुंध के साथ होती तो शाम होते ही एक बार फिर से कुहासा घेर लेता है। साथ ही रात के समय शीत भी गिर रहा है। इस कारण लोगों ने अब गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना प्रारंभ कर दिया है।
वहीं ठंड के कारण अब बाजार में गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी आई है। लोग स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर, इनर आदि की खरीदारी करते दिख रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में इन दिनों ठंड के मरीज बढ़ गए हैं। बताते चलें कि सूर्य के दक्षिणायन होने के साथ ही अब दिन छोटा और रातें लंबी हो गई है।
साथ ही दिन और रात के तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले का औसत अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक पहुंच गया है।
तापमान में आए गिरावट के कारण अब लोग ठंड महसूस करने लगे हैं। साथ ही ठंड से बचने के लिए स्वेटर, जैकेट सहित अन्य गर्म कपडों का इस्तेमाल प्रारंभ कर दिए हैं। यही कारण है बाजारों में भी गर्म कपडों की बिक्री में तेजी आई है। वहीं गर्म कपडों को लेकर तिब्बती बाजार ल्हासा मार्केट भी सज चुका है। साथ ही फुटपाथ पर भी बड़ी संख्या में गर्म कपड़ों की बिक्री हो रही है।
होगी बारिश और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाडी में बननेवाले लो प्रेशर एरिया के विगत तीन दिनों से बना हुआ था। वह अब चक्रवात में परिवर्तित हो गया है। चक्रवात का असर झारखंड पर भी पड़ने की आसार है। इस कारण यहां हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है। वहीं तीन दिसंबर के तापमान में बडा बदलाव देखने को मिल सकता है, जिससे ठंड बढ़ सकती है।
बच्चे और बुजुर्ग हो रहे प्रभावित
– मौसम में आए बदलाव के कारण सबसे अधिक प्रभावित छोट बच्चे और बडे़ बुजुर्ग हो रहे हैं।
– खास कर जिन लोगों को अस्थमा या श्वांस से पीड़ित हैं, उन्हें अधिक समस्या हो रही है।
– इस कारण डाक्टर ऐसे लोगों को ठंड से बचने की सलाह दे रहे हैं।
– वहीं डाक्टरों की माने तो ऐसे मौसम में बढ़ती ठंड में ब्लडप्रेशर अचानक से घटने बढ़ने लगता है।
– ऐसे में ब्लडप्रेशर के मरीजों को ठंड से अनिवार्य तौर पर बचने और इसकी नियमित जांच की सलाह देते हैं।
– वहीं ठंड के मौसम में डायबिटीज के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है।
– साथ ही ठंड के मौसम में ब्रेन हैमरेज, हार्ट अटैक आदि का खतरा भी बढ़ जाता है।
– वहीं संक्रामक बीमारियां जैसे डायरिया, निमोनिया आदि का खतरा भी बढ़ जाता है।