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#DEHRADUN NEWS# देहरादून की चर्चित महिला लेडी डॉन लक्ष्मी तिवारी व उसकी बेटी ज्योति तिवारी ने खेल दिया नया खेला

इस महिला ने फर्जी जमानतियों के बल पर करा दी फर्जी जमानत

मुजफ्फरनगर में पकड़े गये देहरादून की लक्ष्मी तिवारी व ज्योति तिवारी को फर्जी तरीके से जमानत देने वाले
लक्ष्मी तिवारी व उसकी बेटी ज्योति तिवारी पर मुकदमा दर्ज, अब सिविल लाइन पुलिस को फर्जी कागजों पर जमानत करवाने वाली मां-बेटी की तलाश

देहरादून की लेडी डॉन लक्ष्मी तिवारी पत्नि अशोक चन्द्र तिवारी व उसकी बेटी ज्योति तिवारी ने अब एक ओर नया खेला खेल दिया। वर्षो तक देहरादून में रहकर कई लोगों को लोन व नौकरी लगवाने के नाम लाखों हड़पने के बाद शातिर महिला लक्ष्मी तिवारी व उसकी बेटी ज्योति ने देहरादून से बाहर के लोगां अपने जाल में फंसाने की कोशिश की परंतु इस बार इस उसकी एक ना चली। जो काम उत्तराखण्ड की मित्र पुलिस न कर पाई वह काम उत्तरप्रदेश की पुलिस ने कुछ ही समय में शातिर महिला को गिरफ्तार करके दिखा दिया।
विदित हो की महिला ने मुजफ्फरनगर में कई लोगों को नौकरी लगवाने के नाम लाखों रूपये हड़पे थे, जिसमें उत्तरप्रदेश पुलिस ने त्वरित कार्रवाही करते हुये फरार महिला लक्ष्मी तिवारी व उसकी बेटी ज्योति तिवारी को गिरफ्तार करते हुये मुजफ््फरनगर पुलिस ने कई धारायें लगाते हुये जेल में डाल दिया था। परंतु इस बार महिला व उसकी बेटी ने नया खेला खेल दिया। महिला ने इस बार पेशेवर जमानतियों के साथ मिलकर फर्जी कागजों के बल पर अपनी व अपनी बेटी की जमानत करवा दी।
यह सूचना इस बार मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से आ रही है। सिविल लाईन पुलिस ने इन पेशेवर जमानतियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला दिया है। पकड़े गए पेशेवर जमानती संगीन मामलों में फर्जी कागजों के आधार पर जमानते करवाते थे और हाल में उन्होंने जाल साजी के मामले में तीन-तीन लाख की जमानत एक हजार के लालच में करा दी। कागजों में न तो पुलिस की मोहर लगी और नही तहसील से तस्दीक कराए गए। इस मामले की शुरूआत नई मंडी क्षेत्र से हुई थी और हाल में पुलिस इस मामले में लिखा पढ़ी कर रही है।
सिविल लाइन थाने की पुलिस ने पेशेवर जमानत कराने के आरोप में सुरेश पुत्र रामसिंह, फुरकान पुत्र मुलकी, प्रदीप पुत्र सुभाष निवासी ग्राम चौकड़ा थाना चरथावल को गिरपफ्तार किया है। मुकदमें की विवेचना कर दरोगा विनोद कुमार अत्री ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने उत्तराखण्ड की रहने वाली लक्ष्मी तिवारी पत्नी आशोक चन्द्र तिवारी व उसकी बेटी ज्योति की फर्जी कागजों के आधार पर जमानत की थी। उन्होंने बताया कि एक मामला नई मंडी क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने लक्ष्मी तिवारी, व ज्योति तिवारी व मेघश्याम रावत के खिलाफ धरा 420, 467, 468, 120बी के तहत मंडी थाने में दर्ज कराया था। लक्ष्मी, ज्योति व मेघश्याम ने करीब 52 लोगों से फाईनेंस कम्पनी में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी की थी और यह कम्पनी अलमासपुर चौराहे जागृति माईक्रो फाईनेंस कम्पनी के नाम पर खोली कई थी जिसमें कापफी लोगांं को अधिकारी बनकर नौकरी दी गई, लेकिन बाद में पला चला कि यह कम्पनी फर्जी है और आरोपी मां-बेटी व मेघश्याम रावत पफरार हो गए थे। पुलिस ने मां-बेटी सहित तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया था जहां सुरेश, पलटू, फुरकान व प्रदीप ने फर्जी कागजों के आधार पर लक्ष्मी व ज्योति की जमानत करा दी थी, जबकि तीसरा आरोपी अभी भी जेल में है। इस मामले की शिकयत पीड़ित महिला ने दोबारा अधिकारियों से की तो जांच सिविल लाइन थाने की पुलिस को दी गई, जांच में पाया गया कि चारो लोग पेशेवर जमानती है और उन्होंने थाने व तहसील की तस्दीक कराए बिना ही फर्जी तरीके से कोर्ट में कागजात जमा कर उनकी जमानत करा दी। जब जांच की गई तो मामला सही पाया गया। अब सिविल लाइन थाने में मां-बेटी सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। सिविल लाईन थाने में तैनात दरोगा विनोद कुमार अत्री ने सुरेश, फुरकान व प्रदीप को फर्जी जमानत कराने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। अब सिविल लाइन पुलिस को फर्जी कागजों पर जमानत करवाने वाली मां-बेटी की तलाश है।

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