चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही टिकट के दावेदारों में बढ़ी हलचल
झारखंड में दो चरणों में चुनाव होने हैं। इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। पश्चिम सिंहभूम जिले की पांच विधानसभा मझगांव, जगन्नाथपुर, चाईबासा, चक्रधरपुर और मनोहरपुर विधानसभा के लिए चुनाव की तिथियां जारी कर दी गयी हैं।
इन सभी विधानसभा में पहले चरण में 13 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही राजनीतिक दलों में प्रत्याशी के चयन को लेकर प्रक्रिया तेज हो गयी है। वहीं संभावित दावेदार मंगलवार दोपहर से ही पार्टी के आलाकमान से संपर्क साधने में जुट गये हैं।
अभी तक जो चर्चा है उसके अनुसार झामुमो और कांग्रेस चुनाव में पुन: अपने सीटिंग विधायकों पर ही दांव खेलता दिख रहा है। चाईबासा विधानसभा से दीपक बिरुवा, चक्रधरपुर से सुखराम उरांव, मझगांव से निरल पुरती को टिकट मिलना तय है।
पूर्व विधायक ने भी बनाया चुनाव लड़ने का मन
वहीं, जगन्नाथपुर विधानसभा पर इस बार झामुमो अपनी दावेदारी को लेकर कांग्रेस पर दबाव बनाये हुए है। यही वजह है कि पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा और जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन झामुमो के टिकट से इस सीट पर चुनाव लड़ने की जुगत भिड़ाये हुए हैं।
मनोहरपुर से जोबा मांझी के लोकसभा में जाने के बाद अब इस सीट से जोबा मांझी के पुत्र जगत मांझी टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं। कयास लगाये जा रहे हैं कि झामुमो जगत मांझी को अपना उम्मीदवार घोषित कर सकता है।
इधर, भाजपा में टिकट को लेकर पांचों विधानसभा से कई दावेदार हैं। मझगांव विधानसभा से पूर्व विधायक बड़कुंवर गागराई, पूर्व प्रत्याशी भूषण पाठ पिंगवा, अनिल बिरुली व लंकेश्वर तामसोय भाजपा का टिकट लेने के लिए जोर लगाये हुए हैं।
चाईबासा विधानसभा का ऐसा है माहौल
चाईबासा विधानसभा में पूर्व प्रत्याशी जेबी तुबिड, गीता बालमुचू और लालमूनी पूर्ति प्रदेश अध्यक्ष के संपर्क में हैं। इसी तरह चक्रधरपुर विधानसभा से पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा की पत्नी मालती गिलुवा व पूर्व विधायक शशि भूषण सामड टिकट के लिए जुगत बिछाने में लगे हुए हैं।
मनोहरपुर विधानसभा में पूर्व विधायक गुरु चरण नायक अपना टिकट पक्का मानकर चल रहे हैं। जगन्नाथपुर विधानसभा से पूर्व सांसद गीता कोड़ा को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है।
जहां तक कांग्रेस की बात है तो जगन्नाथपुर विधानसभा से वर्तमान विधायक सोनाराम सिंकू ने टिकट के लिए ऊपर दबाव बनाया हुआ है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस सोनाराम पर ही दांव लगाने का मन बनाये हुए है।