देश

कर्नाटक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर मचा बवाल, विधायकों ने खोला मोर्चा

बेंगलुरु। नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव से पहले कर्नाटक बीजेपी में गुटबाजी और कलह इतनी बढ़ गई है कि पार्टी के नेता सार्वजनिक सभाओं में एक-दूसरे की खिंचाई कर रहे हैं। कर्नाटक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र के खिलाफ विधायक बसनगौड़ा आर पाटिल यतनाल और रमेश जारकीहोली ने मोर्चा खोल दिया है। विधायक जारकीहोली ने उन्हें बच्चा बताया और दावा किया वह लंबे समय तक पार्टी अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे।
विजयेंद्र ने आरोप लगाया है कि दोनों विधायक कांग्रेस के इशारे पर पार्टी में कलह कर रहे हैं और उनके पिता बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं। इसकी शिकायत केंद्रीय नेतृत्व से करेंगे ताकि उन्हें पार्टी से बाहर किया जा सके। कर्नाटक में बीजेपी के दो गुटों में लंबे समय से खींचतान चल रही है। कर्नाटक बीजेपी चीफ को लेकर बवाल मचा है। पार्टी के कई नेता और विधायक पार्टी में यदियुरप्पा के वर्चस्व को चुनौती दे रहे हैं। केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक बीजेपी के प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए हैं कि राज्य में नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन के लिए चुनाव कराया जाएगा। इसके बाद से प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र के विरोधी गुट के नेता और मुखर हो गए। दोनों गुटों में जुबानी जंग छिड़ गई है। विजयेंद्र ने पूर्व सीएम येदियुरप्पा को भला-बुरा कहने के लिए गोकक विधायक रमेश जारकीहोली को चेतावनी दे दी है।
विजयेंद्र ने कहा कि रमेश जारकीहोली को अपनी जुबान पर काबू रखें। येदियुरप्पा एक राजनेता और कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अनंत कुमार के साथ मिलकर राज्य के कोने-कोने की यात्रा करके पार्टी का निर्माण किया है। जारकीहोली हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं। दिग्गज नेता के बारे में अनाप-शनाप बोलकर वह पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। उन्होंने विधायक जारकीहोली को सलाह दी कि अगर उन्हें पार्टी के कामकाज से समस्या है तो दिल्ली में नेताओं के साथ बात करनी चाहिए।
इसके जवाब में विधायक रमेश जारकीहोली ने बीवाई विजयेंद्र को चुनौती दे दी। उन्होंने कहा कि विजयेंद्र ने मुझे चेतावनी दी है कि मैं राज्य में कहीं भी स्वतंत्र रूप से नहीं घूम सकता। अब मैं शिकारीपुरा जाऊंगा और विजयेंद्र के घर के सामने अपना आंदोलन शुरू करूंगा। मैं कोई पुलिस या बंदूकधारी के साथ नहीं बल्कि अकेले जाऊंगा। बेलगावी में एक सार्वजनिक रैली में बोलते हुए जारकीहोली ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि विजयेंद्र, आप एक बच्चा हैं। आप प्रदेश अध्यक्ष नहीं रहेंगे। येदियुरप्पा हमारे नेता हैं और हमने हमेशा उनका सम्मान किया है।
दोनों विधायकों के बयान के बाद विजयेंद्र समर्थकों और पूर्व मंत्रियों एमपी रेणुकाचार्य और कट्टा सुब्रमण्य नायडू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यतनाल और जरकीहोली को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की। विजयेंद्र समर्थकों ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पहले ही राजनीति में अपनी पहचान बना चुके हैं और अपने संगठनात्मक कौशल के माध्यम से अपनी योग्यता साबित कर चुके हैं। उनके खिलाफ अब इस तरह की आलोचना बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस बीच बीजेपी के राज्य महासचिव और पूर्व मंत्री वी सुनील कुमार संगठनात्मक पद छोड़ने की इच्छा जताई है। पार्टी सूत्रों ने का कहना है कि उन्हें अभी तक सुनील कुमार से इस संबंध में कोई औपचारिक अनुरोध नहीं मिला है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button