आम आदमी पार्टी ने सत्ता में एक दशक रहने के बाद भी कोई वादा पूरा नहीं किया: भाजपा
नई दिल्ली। भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में एक दशक रहने के बाद भी कोई वादा पूरा नहीं किया है। भाजपा ने बुधवार को आम आदमी पार्टी और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर अपना हमला तेज करते हुए उन पर दिल्ली के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता तथा सांसद सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि आप पार्टी यह विचार लेकर आई कि हम नई राजनीति ला रहे हैं। त्रिवेदी ने कहा कि आप गिरगिट की तरह रंग बदलती है। अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता से झूठे वादे कर रहे हैं। आप नेता जो कहते हैं वो नहीं करते हैं। मोहल्ला क्लीनिक में भ्रष्टाचार उजागर हुआ। अब केजरीवाल को जनता समझ चुकी है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने बिजली दरें कम करने, स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने, शिक्षा प्रणाली में सुधार करने, स्वास्थ्य सेवा बढ़ाने, स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने, लैंडफिल को हटाने, महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने, झुग्गीवासियों के लिए आवास की पेशकश करने और यमुना को साफ करने का वादा किया था। हालाँकि, इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने असुरक्षित बिजली तारों से राहत दिलाने का वादा किया। उन्होंने वादा किया था कि वह कूड़े के ढेर साफ करेंगे। हालांकि, बताया जा रहा है कि दिल्ली में कूड़े के ढेरों की ऊंचाई 8 मीटर तक बढ़ गई है।
त्रिवेदी ने केजरीवाल की दस प्रतिबद्धताओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि सत्ता में एक दशक रहने के बाद भी उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक विचित्र संवैधानिक उदाहरण भी 2024 में देश ने देखा। जब जेल से रहकर किसी मुख्यमंत्री ने सरकार को चलाया। भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल पर आरोप लगा और उन्हें जेल जाना पड़ा। हालांकि केजरीवाल जेल जाने वाले पहले मुख्यमंत्री नहीं हैं। इसके पहले भी हेमंत सोरेन, मधुकोड़ा, लालू प्रसाद यादव, जयललिता, करूणानिधि ये सब भी पद पर रहते हुए जेल गए। परंतु लालू प्रसाद यादव ने इतनी मर्यादा रखी थी कि उन्होंने पद छोड़ दिया था। लेकिन 2024 एक ऐसा विस्मयकारी और विचित्र उदाहरण देश को देखने को मिला कि जिन्होंने (केजरीवाल ने) जेल जाने के बाद भी मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ा।
त्रिवेदी ने कहा कि आप पार्टी यह विचार लेकर आई कि हम नई राजनीति ला रहे हैं। आज की राजनीति में सभी राजनीतिक दलों के बीच सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता का संकट था। उन्होंने कहा कि आम जनता के बीच यह धारणा बन गई थी कि राजनेता जो उपदेश देते हैं, उस पर अमल नहीं करते। उन्होंने कहा क पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी और एनडीए ने इस धारणा को बदला और राजनीति में विश्वसनीयता स्थापित की। दूसरी ओर, आप विपरीत चरम का प्रतिनिधित्व करती है, जहां वे हमेशा अपने वादों को पूरा करने में विफल रहते हैं।