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ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025: क्या भारत बिना खेले ट्रॉफी में हिस्सा लेगा?

भारत और पाकिस्तान के बीच ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर मामला अभी तक गरमाया हुआ है. BCCI और भारत सरकार ने अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया है. साथ ही BCCI ने टूर्नामेंट के लिए हाइब्रिड मॉडल को अपनाने की पेशकश की थी. पहले तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इसमें आनाकानी की लेकिन बाद में पाकिस्तान इस पर सहमत हो गया. हालांकि पाकिस्तान ने भी फ्यूचर में भारत में होने वाले ICC इवेंट्स के लिए भी हाइब्रिड मॉडल की शर्त रखी थी. इसके बाद चैम्पियंस ट्रॉफी पर ICC की मीटिंग में फैसला होना था लेकिन मीटिंग स्थगित हो गई थी. फिलहाल चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर कई सवाल है. इसी बीच भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर सिर्फ तीन ऑप्शन बताए हैं. उन्होंने इस मुद्दे को लेकर यूट्यूब पर विस्तार से बातचीत की है.

चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया नहीं खेली तो?

आकाश ने कहा कि मान लीजिए पाकिस्तान कहता है कि पूरा टूर्नामेंट पकिस्तान में ही होगा तो जाहिर सी बात है फिर टीम इंडिया इसमें हिस्सा नहीं लेगी. पाकिस्तान को होस्टिंग राइट्स के 593 करोड़ रुपये मिल रहे हैं. आकाश ने बताया कि भारत का चैम्पियंस ट्रॉफी का हिस्सा न बनने से चैम्पियंस ट्रॉफी में क्या असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि, इस टूर्नामेंट में स्टार इंडिया और डिज्नी ने 3.12 बिलियन डॉलर (टीवी एन्ड डिजिटल राइट्स 2024-27) का जो पैसा लगाया है वो बहुत कम हो जाएगा और ब्रॉडकास्टर को बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा. हालांकि चोपड़ा ने आगे कहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी का भारत के बिना होना नामुमकिन है. क्योंकि कोई भी क्रिकेट बोर्ड इस बात से सहमत नहीं होगा और नुकसान सबका होगा.

चैम्पियंस ट्रॉफी पर आकाश का दूसरा मॉडल

आकाश ने बताया कि दूसरा मॉडल मान लीजिए हाइब्रिड मॉडल पर चैम्पियंस ट्रॉफी होती है तो होस्टिंग राइट्स पाकिस्तान के ही होंगे लेकिन इसमें एक छोटा सा बजट एड हो जाएगा जो ICC ने पाकिस्तान को अलग से दिया था. यदि भारत के मैच दुबई में होते हैं तो अलग से दिए गए 4.5 यूएस डॉलर (42 लाख रुपये) पाकिस्तान को खर्च करने होंगे. इसमें पैसों को लेकर किसी को भी कोई नुकसान नहीं होगा न ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को और ना ही ब्रॉडकास्टर्स को. लेकिन आकाश के मुताबिक़ पाकिस्तान को टूरिज्म का नुकसान हो सकता है. अगर भारतीय टीम पाकिस्तान जाती तो जाहिर तौर पर पाकिस्तान का टूरिज्म बढ़ता लेकिन हाइब्रिड मॉडल में टूर्नामेंट होता है तो पाकिस्तान को टूरिज्म को लेकर नुकसान उठाना पड़ सकता है.

पाकिस्तान के बाहर टूर्नामेंट होगा तो ?

इसके बाद आकाश तीसरा ने और आख़िरी मॉडल बताया. उन्होंने बताया कि अगर पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी नहीं होती है और पाकिस्तान इस टूर्नामेंट को होस्ट करने से मना कर देता है तो फिर क्या होगा ? पाकिस्तान भी इसमे नहीं खेलती है और वो टूर्नामेंट का बहिष्कार कर देती है तो होस्टिंग के 600 करोड़ रुपये तो मिलेंगे नहीं. इस स्थति में भी नुकसान पाकिस्तान को ही झेलना पड़ेगा. इसके अलावा भी पाकिस्तान को फाइनेंशियली कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.

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