शिंदे के बीमार होने और अजित के दिल्ली जाने से महायुति की बैठक टली
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद अभी भी मुख्यमंत्री पद का फैसला नहीं हो सका है। महायुति गठबंधन में सीएम और अन्य प्रमुख पदों को लेकर असमंजस बरकरार है। इसी बीच कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे की तबीयत फिर खराब होने और अजित पवार के दिल्ली जाने से स्थिति और पेचीदा हो गई है। एकनाथ शिंदे के गले में संक्रमण और बुखार की शिकायत हो गई है। बीमार होने के कारण उन्होंने अपनी सभी आधिकारिक बैठकें रद्द कर दी हैं। शिंदे फिलहाल ठाणे में अपने घर पर ही हैं और मुख्यमंत्री आवास नहीं लौटे हैं।
अजित पवार महत्वपूर्ण चर्चा के लिए दिल्ली रवाना
महायुति गठबंधन की होने वाली अहम बैठक भी उनकी अस्वस्थता के चलते रद्द कर दी गई है। एनसीपी (अजित गुट) के नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार महत्वपूर्ण चर्चा के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। इस बीच महायुति के भीतर सत्ता और मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर चर्चा टल गई है। एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे ने अफवाहों पर विराम लगाते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- डिप्टी सीएम बनने की अटकलें निराधार हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र सरकार में मंत्री बनने का अवसर मिलने पर भी उन्होंने संगठन के लिए काम करने को प्राथमिकता दी थी। उनका किसी मंत्री पद की लालसा नहीं है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर महायुति के घटक दलों—बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित गुट)—के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। गृह, शहरी विकास, और राजस्व जैसे प्रमुख मंत्रालयों पर चर्चा होना है। पांच दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह की योजना है, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि सीएम के साथ डिप्टी सीएम और अन्य मंत्रियों का शपथ ग्रहण होगा या नहीं। महायुति की लंबित बैठक में सीएम पद और मंत्रालयों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। महाराष्ट्र की सियासी स्थिति हर दिन नया मोड़ ले रही है।