राज्य

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: कोयलांचल की 16 सीटों पर सभी की नजरें, राजनीतिक समीकरण में बदलाव

जल-जंगल-जमीन और बेहतरीन कोयले की गुणवत्ता के कारण झारखंड की पहचान न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी है. कोल सिटी के नाम से फेमस झारखंड का धनबाद जिला और कोयलांचल की 16 सीटों पर सभी राजनीतिक दलों की निगाहें टिकी है , जनसंपर्क करने में दलों ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है, स्टार प्रचारक में शुमार केंद्रीय नेताओं के कार्यक्रम ताबड़तोड़ करवाए जा रहे हैं. झारखंड में पहले चरण की 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान समाप्त हो गया है, जबकि दूसरे चरण की 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होना है. ऐसे में संथाल परगना की 18 सीटों के साथ-साथ कोयलांचल की 16 सीट झारखंड की सत्ता में एक निर्णायक फैक्टर साबित होने जा रही है.

बाबूलाल मरांडी की JVM का BJP में विलय
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद कोयलांचल की राजनीति में काफी कुछ बदलाव आया है. पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में झारखंड BJP के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा का अस्तित्व ही खत्म हो गया. 2019 के चुनाव समाप्ति के महज कुछ महीनों के बाद 17 फरवरी 2020 को बाबूलाल मरांडी की पार्टी JVM का विलय BJP में हो गया था. इसके साथ ही कोयलांचल में एके राय की पार्टी मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) का भी अब अस्तित्व खत्म हो गया है, कोयलांचल में मासस का भाकपा माले (सीपीआई एमएल) में विलय हो गया है. कोईलांचल में जयराम महतो के नेतृत्व में JLKM (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) पार्टी का भी उदय हुआ है. इन्हीं कारणों से 2019 के मुकाबले 2024 का विधानसभा चुनाव एक अलग राजनीतिक बदलाव और नए समीकरण के साथ कोयलांचल में होने जा रहे हैं.

धनवार सीट पर जोरदार मुकाबला
कोयलांचल की कुल 16 सीट तीन जिलों के अंतर्गत आती है, जिसमें बोकारो जिला, गिरिडीह जिला और धनबाद जिला शामिल है. चर्चित सीटों की बात की जाए तो गिरिडीह जिला अंतर्गत धनवार सीट काफी चर्चा में है. BJP के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा के निजामुद्दीन अंसारी और सीपीएमएल के राजकुमार यादव के साथ होने जा रहा है. हालांकि, बाबूलाल मरांडी के खेल को बिगाड़ने के लिए BJP के ही बागी निरंजन राय निर्दलीय चुनावी मैदान में है.

गांडेय में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का मुकाबला मुनिया देवी से
कोयलांचल की दूसरी सबसे हाई प्रोफाइल सीट की बात करें तो, यह सीट है गांडेय. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सह प्रत्याशी कल्पना सोरेन गांडेय से चुनावी मैदान में है, उनके खिलाफ BJP ने मुनिया देवी को उम्मीदवार बनाया है, मुनिया देवी गिरिडीह की जिला परिषद की अध्यक्ष है.

कोयलांचल की 16 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान
इसके साथ ही गिरिडीह के विधायक सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी सुदिव्य कुमार सोनू, बगोदर के विधायक सह सीपीआई -एमएल के प्रत्याशी विनोद कुमार सिंह , जमुआ के विधायक केदार हाजरा , गोमिया के विधायक सह प्रत्यासी डॉ लंबोदर महतो, चंदनकियारी के विधायक सह प्रत्याशी और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी , निरसा की विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ,धनबाद के विधायक राज सिन्हा, झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, टुंडी के विधायक मथुरा प्रसाद महतो, समेत कोयलांचल की 16 सीटों पर सभी की निगाहें टिकी हुई है, जहां 20 नवंबर को मतदान होना है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button